कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के आज २१ जुलाई शहीद दिवस वार्षिक कार्यक्रम में जन सैलाब उमड़ सकता है। राज्य के कोने – कोने से तृणमूल के कर्मी – समर्थक कोलकाता पहुंचे हैं। यह भीड़ लाखों की संख्या में हो सकती है। तृणमूल सुप्रीमो व सीएम ममता बनर्जी ने रविवार की शाम कहा कि लाखों लोग आ चुके हैं और साेमवार की सुबह भी जिलों से लोग आयेंगे। हर साल की तरह इस साल भी ममता बनर्जी कार्यक्रम की पूर्व संध्या पर विक्टोरिया हाउस के सामने मंच स्थल पहुंचीं और तैयारियाें का जायजा लिया। ममता बनर्जी ने बताया कि क्यों शहीद दिवस मनाते हैं। १९९३ की घटना पर प्रकाश डाला। इसके बाद ही सीएम ने सभी से शहीद दिवस कार्यक्रम में आने की अपील की। सीएम ने कहा कि भले ही तूफान हो बारिश हो, आपलोग आइये। मैं भी बारिश में आती हूं। सभी से आह्वान है शांतिपूर्ण रूप से आएं और लौट जाएं। तृणमूल सुप्रीमो ने यह भी कहा कि २१ जुलाई का कार्यक्रम हमेशा जारी रहेगा। आपलोग आते हैं और हमेशा आते रहेंगे। हर साल ही धर्मतल्ला मानो जनसैलाब में तब्दील हो जाता है। न सिर्फ पार्टी के नेता और कार्यकर्ता, बल्कि आम समर्थक भी दूर-दूर से दीदी को सुनने के लिए आते हैं। तृणमूल नेता हमेशा यह सुनिश्चित करते हैं कि उनकी यात्रा सुचारू रूप से चले। सीएम ने कहा कि लोग पहाड़ों और जंगलों से आ रहे हैं। सभी को प्रशासन की मदद करनी चाहिए। मैं प्रशासन से भी कहूँगी कि भीड़ के कारण किसी को भी ३ किलोमीटर आगे न खड़ा करें। सभी का सहयोग करें।
२१ जुलाई कार्यक्रम कभी बंद नहीं होगा: ममता
तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने साफ शब्दों में कह दिया है कि शहीद दिवस कार्यक्रम कभी भी बंद नहीं होगा। साथ ही उन्होंने विपक्ष के नवान्न अभियान को लेकर निशाना साधा। ममता बनर्जी ने कहा कि इस प्रोग्राम लेकर भी कईयों काे आपत्ति है। मेरा कहना है कि जो पुलिस के बिना अनुमति के नवान्न अभियान करते है उस समय यह आपत्ति क्यों नहीं रहती है? मुख्यमंत्री का यह बयान कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा शहर में जुलूसों की अनुमति के समय पर कुछ प्रतिबंध लगाए जाने के दो दिन बाद आया है ताकि यातायात जाम से बचा जा सके और यात्रियों को अपने कार्यस्थलों तक सुगमता से पहुंचने में मदद मिल सके। अदालत ने २१ जुलाई को यातायात में किसी भी प्रकार की बाधा न आने देने के अनुरोध वाली एक याचिका पर यह आदेश दिया। ममता बनर्जी ने कहा, आपने समानांतर रैलियां बुलाईं। खैर, रैली कीजिए, लेकिन लोग हमारे साथ हैं। वह उसी दिन बुलाई गई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रैलियों की ओर इशारा कर रही थीं।
आज दीदी के भाषण पर टिकी हुई है
इस बार का २१ जुलाई कार्यक्रम बेहद ही अहम माना जा रहा है। अगले साल राज्य में विधानसभा का चुनाव है। उससे पहले यह शहीद दिवस आखिरी है। आज कार्यक्रम से सीएम पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देती हैं इस पर सभी की निगाहें टिकी हुई है।