बंगाल सामूहिक दुष्कर्म: पूरी रात हिरासत में रहने के बाद सुकांत मजूमदार बाहर आए

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कोलकाता: कोलकाता में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के बाद पश्चिम बंगाल की राजनीति में उबाल है। इस मुद्दे पर प्रदर्शन कर रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को शनिवार शाम पुलिस ने हिरासत में ले लिया। रविवार सुबह उन्हें छोड़ दिया। पूरी रात हिरासत में रखा गया। इधर, भाजपा ने राज्य भर के पुलिस थानों के सामने विरोध प्रदर्शन करने की घोषणा की है। भाजपा के अनुसार, आज शाम इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष हिस्सा लेंगे।
हिरासत के बाद थाने के बाहर अफरातफरी:
इससे पहले, शनिवार को सुकांत मजूमदार को हिरासत में लिए जाने की खबर मिलते ही कोलकाता और राज्य के कई हिस्सों में भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। हावड़ा, बांकुड़ा, बालुरघाट समेत कई जिलों में प्रदर्शन हुए। भाजपा पार्षद मीना देवी पुरोहित, सजल घोष और विजय ओझा ने लालबाजार थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिन्हें बाद में पुलिस ने हटा दिया।
जमानत पर हस्ताक्षर करने से किया इनकार:
इससे पहले सुकांत मजूमदार ने पुलिस की जमानत शर्तों पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, इस महीने मुझे चार बार लाल बाजार लाया गया है। हर बार मुझसे बेल बांड पर हस्ताक्षर करवाए जाते हैं, लेकिन इस बार मैंने हस्ताक्षर नहीं करने का फैसला किया है। जरूरत पड़ी तो पूरी रात पुलिस स्टेशन में रहूंगा। बंगाल की महिलाओं के लिए अगर मुझे हजार बार गिरफ्तार होना पड़े तो मैं तैयार हूं। उन्होंने कहा कि जब राज्य पुलिस सो रही है और भाजपा यह कर रही है, तब किसी को तो जागना ही चाहिए।
‘ममता सरकार में अघोषित आपातकाल’:
डॉ. मजूमदार ने कोलकाता पुलिस पर निष्पक्षता छोड़कर ममता बनर्जी की ‘निजी सेना’ बनने का आरोप लगाया। उन्होंने एक्स पर लिखा, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के अराजक शासन में अघोषित आपातकाल है। पुलिस का इस्तेमाल अब विपक्ष को डराने और दबाने के लिए किया जा रहा है। चाहे जितनी भी गिरफ्तारी करो, बंगाल की बेटियों के सम्मान के लिए भाजपा का हर कार्यकर्ता लड़ेगा।
गैंगरेप मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई?
घटना २५ जून की है। आरोप है कि दक्षिण कोलकाता के लॉ कॉलेज में २४ वर्षीय छात्रा के साथ तीन लोगों ने गैंगरेप किया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी मनोजीत मिश्रा, प्रोमित मुखर्जी और जैद अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही एक कॉलेज गार्ड को भी हिरासत में लिया गया है। भाजपा ने बनाई चार सदस्यीय जांच कमेटी:
भाजपा ने इस पूरे मामले पर ममता सरकार को घेरते हुए दिल्ली से चार सदस्यीय जांच कमेटी बनाई है, जिसमें बिप्लब देव, मनन मिश्रा, सत्यपाल सिंह और मीनाक्षी लेखी शामिल हैं। कमेटी राज्य का दौरा कर तथ्य आधारित रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को सौंपेगी। भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि कॉलेजों में प्रिंसिपलों की नियुक्ति शिक्षा विभाग से नहीं, बल्कि कालीघाट और कैमक स्ट्रीट (मुख्यमंत्री और अभिषेक बनर्जी के कार्यालय) से होती है। उन्होंने कॉलेज प्रशासन पर भी सवाल उठाए। केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी सरकार की आलोचना करते हुए कहा, बंगाल में कानून व्यवस्था बदतर हो गई है। तुष्टिकरण की राजनीति बदतर हो गई है। भाजपा नेता दिलीप घोष ने कहा, पीड़िता के बयान के आधार पर घटना में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
भाजपा ने रैली निकाली…
कोलकाता में घटना के विरोध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मार्च निकाला। हालांकि पुलिस ने इसे रोक दिया। भाजपा कार्यकर्ता लॉ कॉलेज तक ३ किलोमीटर लंबा विरोध मार्च निकालने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने लॉ कॉलेज की ओर जाने की अनुमति नहीं दी। दक्षिण कोलकाता के गरियाहाट क्रॉसिंग पर विरोध मार्च को रोक दिया गया। मजूमदार और कई अन्य भाजपा नेताओं को हिरासत में लिया गया। उन्हें लालबाजार स्थित कोलकाता पुलिस मुख्यालय ले जाया गया।

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