नई दिल्ली: ईरान ने नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को गिरफ्तार कर लिया है। उनके समर्थकों द्वारा यह जानकारी सार्वजनिक की गई है। नरगिस मोहम्मदी के नाम पर स्थापित एक संस्था ने शुक्रवार को बताया कि उन्हें उस समय हिरासत में लिया गया, जब वह राजधानी तेहरान से लगभग ६८० किलोमीटर उत्तर-पूर्व स्थित मशहद शहर में एक मानवाधिकार वकील की शोकसभा में शामिल होने गई थीं। उक्त वकील की हाल ही में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी।
हालांकि, मोहम्मदी को जेल भेजे जाने को लेकर स्थिति अभी स्पष्ट नहीं है। एक स्थानीय अधिकारी ने कथित गिरफ्तारी की पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर नरगिस मोहम्मदी का नाम नहीं लिया। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है कि उन्हें तत्काल जेल वापस भेजा जाएगा या नहीं, जहां वह पूर्व में सजा काट रही थीं। उल्लेखनीय है कि दिसंबर २०२४ में उन्हें चिकित्सकीय कारणों से अस्थायी रूप से जेल से रिहा किया गया था।
नरगिस मोहम्मदी की गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है, जब ईरान अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों, कमजोर आर्थिक स्थिति और इजराइल के साथ संभावित संघर्ष की आशंका से जूझ रहा है। इन परिस्थितियों के बीच ईरानी प्रशासन द्वारा बुद्धिजीवियों, मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और असंतुष्ट आवाज़ों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
इस बीच, नॉर्वे की नोबेल समिति ने नरगिस मोहम्मदी की गिरफ्तारी पर “अत्यंत चिंता” व्यक्त की है। समिति ने एक बयान जारी कर ईरानी अधिकारियों से यह स्पष्ट करने की मांग की है कि मोहम्मदी को कहां रखा गया है। साथ ही, समिति ने उनकी सुरक्षा, सम्मान और मानवाधिकारों को सुनिश्चित करते हुए बिना किसी शर्त के उनकी रिहाई का आह्वान किया है।










