सिलीगुड़ी: भाजपा जहां एक ओर लगातार चुनावी मूड में लगातार संगठन को धार देने में लगी है वही टीएमसी के बीच का गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। पहले पापिया घोष को जिलाध्यक्ष पद से हटाया गया। फिर कोर कमेटी में डाला गया। अब दार्जिलिंग जिला कोर कमेटी की सदस्य पापिया घोष से तृणमूल कांग्रेस के अखिल भारतीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने उनके घर पर विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्यालय दूसरी जगह शिफ्ट करने का आदेश दिया है।
इससे तृणमूल के अंदर फिर से हंगामा मच गया है। दरअसल, एसआईआर का काम शुरू होने से पहले तृणमूल ने एक पार्टी के तौर पर कई कदम उठाए थे। एसआईआर के काम पर पूरी नजर रखने और वोटरों की सारी जानकारी रिकॉर्ड करने की जिम्मेदारी बांटी गई। हर जिले में एक नेता या नेत्री को बूथ लेवल एजेंट (बीएलए)-१ बनाया गया है। कहा गया है कि बीएलए -१ जिले में एसआईआर के पूरे काम की देखरेख करेगा।
पूर्व जिला अध्यक्ष और मौजूदा कोर कमेटी सदस्य पापिया घोष को दार्जिलिंग जिले की की ज़िम्मेदारी दी गई है। उन्हें अभिषेक बनर्जी के ऑफ़िस में बुलाकर यह जिम्मेदारी दी गई थी। ज़िम्मेदारी मिलने के बाद पापिया सिलीगुड़ी लौट आई और पार्टी के निर्देश पर एक वॉर रूम बनाया। यहीं से संबंधित विधानसभा के सभी बूथों पर नजर रखी जा रही है। पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को भी बारी-बारी से वहां ड्यूटी दी गई है। पापिया ने माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा के लिए वॉर रूम बागडोगरा में अपने घर में ही बनाया है।
जबकि फांसीदेवा विधानसभा के लिए वॉर रूम विधाननगर और सिलीगुड़ी विधानसभा के लिए वॉर रूम पार्टी के जिला कार्यालय में बनाया गया है। इधर, पापिया के घर पर बनाए गए वॉर रूम को लेकर शुरू से विरोध के स्वर उठने लगे थे। स्थानीय तृणमूल नेता के मुताबिक, पार्टी से कोई भी उस वॉर रूम में नहीं जाता है। पापिया खुद पूरे दिन जिले के अलग-अलग इलाकों में घूमती रहती है।
अगर वह घर पर नहीं है, तो क्या कोई वहां जाएगा? इस बीच, सोमवार शाम को अभिषेक बनर्जी और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने राज्य के हर जिले में एसआईआर की स्थिति पर पार्टी नेताओं के साथ एक वर्चुअल मीटिंग की। मीटिंग में सिलीगुड़ी से पापिया और दूसरे नेता भी शामिल हुए। उस मीटिंग में अभिषेक ने पापिया से ‘एसआईआर ऑफिस’ के बारे में पूछा। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इसके बाद अभिषेक ने तुरंत पापिया को एसआईआर ऑफिस को घर से दूसरी जगह शिफ्ट करने का आदेश दिया।
हालांकि, पापिया ने कहा, ‘यहां किसी ने पार्टी को गुमराह किया कि हेल्प डेस्क आबादी वाले इलाके में नहीं बल्कि नेता के घर पर है। लेकिन मैंने मंगलवार को पार्टी को जानकारी के साथ एक लेटर लिखा और बताया कि यह हेल्प डेस्क नहीं, बल्कि एक वॉर रूम है। उन्होंने आगे कहा, ‘मेरा घर एशियन हाईवे के पास है। वॉर रूम उसी घर में चल रहा है। इसमें शिकायत करने जैसी क्या बात है।









