बिरतामोड़: प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने कहा है कि जब तक गरीबी खत्म नहीं होगी, महिलाओं के खिलाफ हिंसा खत्म नहीं होगी।
मंगलवार को महिला, बाल और वरिष्ठ नागरिक मंत्रालय में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ १६ दिन के अभियान की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा खत्म करने के लिए पहले गरीबी खत्म करनी होगी।
‘जब तक गरीबी रहेगी, तब तक बराबरी नहीं हो सकती। अगर घर में खाना नहीं है, तो बराबरी कैसी?’ उन्होंने कहा, ‘पहले गरीबी खत्म करनी होगी। रोजगार पैदा करने होंगे। महिलाओं को भी रोजगार मिलना चाहिए। तभी हिंसा खत्म होगी, बराबरी आएगी।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में बेरोजगारी की चिंताजनक स्थिति के कारण महिलाओं को रोजगार की तलाश में विदेश जाना पड़ रहा है, उन्होंने कहा, ‘रोजगार की तलाश में विदेश जाने पर महिलाओं के साथ हिंसा हुई है। इसे खत्म करना होगा।’
उन्होंने कहा कि गरीबी खत्म करने के लिए भ्रष्टाचार खत्म होना चाहिए और अच्छा शासन लाना चाहिए। प्रधानमंत्री कार्की ने कहा कि जब से वह सरकार में आई हैं, उन्होंने अपॉइंटमेंट में महिलाओं को प्रायोरिटी दी है। हालांकि, उन्होंने कहा कि अगर सालों तक मेहनत करने वाला कोई आदमी पहले नंबर पर है, तो सिर्फ महिलाओं के अपॉइंटमेंट की वजह से उन्हें मौकों से दूर नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “जब से मैं सरकार में आई हूं, मैं अपॉइंटमेंट करते समय महिलाओं को देखती रही हूं। हालांकि, अगर सालों तक मेहनत करने वाला कोई आदमी पहले नंबर पर है, तो उन्हें मौके न देने का सवाल ही नहीं उठता।” “हालांकि, जहां भी महिलाओं को आगे लाया जा सकता था, हमने वहां महिलाओं को लाया है।”










