काठमांडू: काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास ने आगामी महीने में शुरू होने वाले भारत-नेपाल स्टार्टअप पार्टनरशिप नेटवर्क (इन-स्पैन) के पहले कार्यक्रम से संबंधित एक ओरिएंटेशन सत्र का आयोजन ४ नवंबर २०२५ को किया।भारत और नेपाल के स्टार्टअप इकोसिस्टम के बीच बढ़ी हुई अंतर्क्रिया को सुविधाजनक बनाने के व्यापक उद्देश्य के साथ पहली बार आयोजित इन-स्पैन कार्यक्रम दिसंबर २०२५ में आईआईटी मद्रास में शुरू होने वाला है।
इसमें नेपाल के स्टार्टअप्स के प्रतिनिधियों के लिए आईआईटी मद्रास प्रवर्तक के सहयोग से आईआईटी मद्रास में ८-सप्ताह का पूर्णतः वित्तपोषित प्रशिक्षण और नवाचार कार्यक्रम शामिल होगा। इस मॉड्यूल में प्रतिभागियों के लिए प्रशिक्षण, मेंटरशिप और इंटर्नशिप शामिल होंगी।आईआईटी मद्रास प्रवर्तक एक अग्रणी इन्क्यूबेटर है, जिसने अब तक ४६ स्टार्टअप्स को इन्क्यूबेट किया है, जिनमें से १४ ने अपनी तकनीकों का सफलतापूर्वक व्यावसायीकरण किया है।संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सचिव सुश्री राधिका अर्याल ने सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर अपने संबोधन में इस पहल की सराहना की।दूतावास परिसर में आयोजित इस सत्र में विभिन्न स्टार्टअप्स, सरकारी विभागों, वाणिज्य संघों, रोबोटिक्स एसोसिएशन ऑफ नेपाल, एनएएस आईटी, फिनटेक एलायंस, एआई एसोसिएशन ऑफ नेपाल और शैक्षिक संस्थानों से लगभग १०० प्रतिभागी उपस्थित थे।
बीरगंज तथा त्रिभुवन विश्वविद्यालय के अंतर्गत इंजीनियरिंग अध्ययन संस्थान, धरान कैंपस के लगभग ६० प्रतिभागी वर्चुअली कार्यक्रम में शामिल हुए। इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर तथा सेंटर फॉर ह्यूमन सेंट्रिक एआई, आईआईटी मद्रास के मुख्य वैज्ञानिक प्रो. गौरव रैना ऑनलाइन कार्यक्रम में जुड़े और आईआईटी मद्रास तथा आईआईटीएम प्रवर्तक के नवाचार इकोसिस्टम के बारे में जानकारी दी। इसी दिन पहले त्रिभुवन विश्वविद्यालय के अंतर्गत इंजीनियरिंग अध्ययन संस्थान, पुलचोक कैंपस में भी ऐसा ही एक सत्र आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग ७० छात्रों ने भाग लिया।आवेदनों के मूल्यांकन और उम्मीदवारों के साक्षात्कार के आधार पर कार्यक्रम के लिए चयन किया जाएगा। आवेदन १५ नवंबर २०२५ तक खुले रहेंगे।
इच्छुक उद्यमी https://shorturl.at/Au8zh पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।










