कड़ा रुख अपनाते हुए रोके कई अमेरिकी जहाजों का प्रवेश
नई दिल्ली: अमेरिकी पूर्वराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा चीन से आयात पर १०० प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की धमकी के बाद, चीन ने कड़ा रुख अपनाते हुए कई अमेरिकी जहाजों को प्रवेश रोक दिया।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा कि उनका रुख स्पष्ट है:
“हम शुल्क युद्ध नहीं चाहते, लेकिन डरते भी नहीं। अमेरिका धमकी के बजाय वार्ता के माध्यम से मतभेद सुलझाए।”
ट्रम्प ने १ नवंबर २०२५ से चीन से आयातित उत्पादों पर अतिरिक्त १००% टैरिफ लगाने की चेतावनी दी थी। यह कदम चीन द्वारा दुर्लभ मृदा खनिजों के निर्यात पर नए प्रतिबंध लगाने के बाद आया।
चीन ने स्पष्ट किया कि बार-बार उच्च शुल्क की धमकी देना वार्ता का सही तरीका नहीं है। यदि अमेरिकी पक्ष अपनी नीति पर अड़ा रहता है, तो चीन अपने कानूनी अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए सख्त कदम उठाएगा।
अमेरिका ने चीन से सोयाबीन की खरीद अचानक बंद करने के बाद चीन ने बड़े आर्थिक कदम उठाए। अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा सोयाबीन उत्पादक है और चीन इसका सबसे बड़ा खरीदार। इस कदम से अमेरिकी बाजार में हाहाकार मचा और सोयाबीन की कीमतें गिर गईं।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटनाक्रम विश्व व्यापार में नई चुनौतियां पैदा कर सकता है।