धनुषा: जनमत पार्टी से निष्कासित नेताओं ने जनस्वराज पार्टी के गठन की घोषणा की है ।
सितम्बर १९ और २० जनकपुरधाम में आयोजित सभा में पुराने दलों की असफलता, अस्थिरता और भ्रष्टाचार विरुद्ध एक नया विकल्प प्रस्तुत किए जाने का निष्कर्ष निकालते हुए ई. दिपक साह के संयोजकत्व में जनस्वराज पार्टी की घोषणा की गई है।
बैठक में यह निष्कर्ष निकाला गया कि पुरानी पार्टियाँ अपनी आत्मकेंद्रित और विभाजनकारी मानसिकता के कारण तानाशाही तरीके से जनता की आकांक्षाओं और अधिकारों के साथ खिलवाड़ करती रही हैं और अब जनता को स्वयं सशक्त होकर अपना भविष्य तय करना होगा।
पार्टी की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए डॉ. संजय कुमार साह के संयोजन में प्रशिक्षण विभाग तथा ई. सुरेन्द्र नारायण यादव के संयोजन में आर्थिक विभाग का गठन किया गया है।
पार्टी संयोजक डॉ. साह जनमत में वरिष्ठ उपाध्यक्ष थे, जबकि वित्तीय विभाग के प्रमुख बने यादव कोषाध्यक्ष थे। संयोजक साह ने कहा है कि जल्द ही अन्य विभागों का गठन किया जाएगा।
पार्टी ने पूर्ण समानुपातिक निर्वाचन प्रणाली, पारदर्शी और जवावदेही राजनीति, शिक्षा–स्वास्थ्य और रोजगार की गैरेंटी, सम्मानजनक अधिकार और अवसर, महिला, युवा, दलित, मुस्लिम, किसान, श्रमिक आदि विपन्न वर्ग की सशक्तीकरण तथा स्थानीय स्वायत्तता सहित की कार्यकारी राष्ट्रपति प्रणाली को अपना मुख्य एजेन्डा बनाया है।