एक दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार संपन्न

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जादवपुर: जादवपुर विश्वविद्यालय और केयरिंग माइंड्स इंटरनेशनल द्वारा आयोजित “आत्महत्या रोकथाम, मानसिक स्वास्थ्य संवर्धन: मीडिया, सेतु या अवरोध?” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र संपन्न हो गया। इस सत्र में जादवपुर विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक विविधता एवं कल्याण अध्ययन केंद्र के संयुक्त समन्वयक प्रो. मनोजित मंडल और प्रो. मुक्तिपाद सिन्हा, जादवपुर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. संजीव बगई, मनोचिकित्सक एवं केयरिंग माइंड्स इंटरनेशनल (मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं ओपीडी क्लिनिक) के संस्थापक प्रो. अमिताव दत्त, डॉ. मीनू बुधिया ने भाग लिया।


सेमिनार में मनोचिकित्सक और कैरिंग माइंड्स इंटरनेशनल (मानसिक स्वास्थ्य एवं ओपीडी क्लीनिक संस्थान) की संस्थापक डॉ. मीनू बुधिया ने जादवपुर विश्वविद्यालय और कैरिंग माइंड्स इंटरनेशनल द्वारा आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी, “आत्महत्या की रोकथाम, मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा: मीडिया, एक सेतु या एक अवरोध?” में अपने मुख्य भाषण के दौरान अवसाद से जूझने, आत्महत्या के विचारों से जूझने, मनोचिकित्सा उपचार और दवाओं से मदद पाने, और अन्य विषयों पर अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। मंच पर (बाएँ से दाएँ), जादवपुर विश्वविद्यालय के सांस्कृतिक विविधता एवं कल्याण अध्ययन केंद्र के संयुक्त समन्वयक प्रो. मुक्तिपद सिन्हा और प्रो. मनोजीत मंडल, जादवपुर विश्वविद्यालय के उप-कुलपति प्रो. अमिताव दत्ता, और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव बगई मौजूद थे।

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