‘ना घर, ना किनारा’, रहे खाली हाथ

gettyimages-2230160019

नई दिल्ली: यूक्रेन की दो दशकों से भी ज़्यादा समय से नाटो संगठन का हिस्सा बनने की चाहत सोमवार को धूमिल हो गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने साफ़ कर दिया कि यूक्रेन नाटो में शामिल नहीं होगा और रूस क्रीमिया को वापस नहीं करेगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अब रूस के साथ युद्ध रोकने की ज़िम्मेदारी यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की पर है। ज़ेलेंस्की को नाटो की सदस्यता पर अपनी ज़िद छोड़ देनी चाहिए। क्योंकि, उन्हें यह सदस्यता नहीं मिलेगी।
साथ ही, यूक्रेन को क्रीमिया की उम्मीद भी छोड़ देनी चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि १२ साल पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में बिना कोई गोली चलाए क्रीमिया रूस को सौंप दिया गया था और यूक्रेन भी नाटो में शामिल नहीं हुआ था। उन्होंने आगे कहा कि कुछ चीज़ें कभी नहीं बदलतीं।
बैठक में डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा?
डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि इस बैठक का नतीजा चाहे जो भी हो, वह यूक्रेन का समर्थन करते रहेंगे। युद्ध ज़रूर खत्म होगा, लेकिन यह आसान नहीं होगा।
ज़ेलेंस्की बदले हुए नज़र आए:
ज़ेलेंस्की, जो पहले व्हाइट हाउस में दुनिया भर की मीडिया के सामने डोनाल्ड ट्रंप से भिड़ चुके हैं, इस बार बदल गए हैं। उन्होंने रूस के साथ युद्ध रोकने के लिए डोनाल्ड ट्रंप के ‘व्यक्तिगत प्रयासों’ के लिए बार-बार उनका शुक्रिया अदा किया।

About Author

[DISPLAY_ULTIMATE_SOCIAL_ICONS]

Advertisement