काठमांडू: चाइना फाउंडेशन फॉर रूरल डेवलपमेंट (सीएफआरडी) की १०वीं वर्षगांठ के अवसर पर, चीन और नेपाल के तीन गाँवों ने ‘लिविंग विलेज प्रोजेक्ट’ पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। सीएफआरडी द्वारा आज यहाँ आयोजित एक कार्यक्रम में, ललितपुर के दो गाँवों और नुवाकोट के एक गाँव ने इस परियोजना के संचालन हेतु एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह समझौता चीन के कोइलुंग और ललितपुर के गोटीखेल, ललितपुर के खोकाना और चीन के प्योंगयांग, तथा नुवाकोट के किमतांग और चीन के गुआंगगांग के बीच हुआ। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन गाँवों के अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाएगा।
नेपाल में चीनी राजदूत चेन सोंग ने बताया कि सीएफआरडी पिछले १० वर्षों से पेयजल, शिक्षा और गरीबी उन्मूलन में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस तरह के कार्य दोनों देशों के लोगों के बीच आपसी संबंधों को और मज़बूत करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सीएफआरडी के साथ मिलकर दोनों देशों के संबंधों और विकास में एक नए युग की शुरुआत की जा सकती है।
ललितपुर महानगर पालिका-२१ वार्ड के अध्यक्ष रवींद्र महर्जन ने कहा कि सीएफआरडी परियोजना ने बाल विकास और गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समाज कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष नंदलाल माझी ने कहा कि सीएफआरडी ने गरीबी उन्मूलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
इस अवसर पर, सीएफआरडी के निदेशक चेन हंतोउ ने बताया कि परियोजना नेपाल में गरीबी उन्मूलन और मानवीय सहायता के क्षेत्र में सहयोग कर रही है। परियोजना नेपाल में संकर चावल की खेती और उच्च गुणवत्ता वाली सब्जी की खेती जैसे कार्यक्रमों का संचालन करके गरीबी उन्मूलन में योगदान दे रही है।
कार्यक्रम में कृषि, आपदा प्रबंधन आदि क्षेत्रों में सफल अनुभव प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।