कोलकाता: बांग्लादेश सरकार द्वारा चावल पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी हटाए जाने के फैसले का सीधा असर भारतीय चावल बाजारों पर देखने को मिला है। इस निर्णय के बाद भारत में चावल की कीमतों में करीब ५% की तेजी दर्ज की गई है। बांग्लादेश ने यह कदम अपने देश में चावल की बढ़ती कीमतों और मांग को नियंत्रित करने के उद्देश्य से उठाया है।
बांग्लादेश ने ९ लाख टन चावल खरीदने की बनाई योजना:
सूत्रों के अनुसार, बांग्लादेश ने कुल ९ लाख टन चावल आयात करने की योजना बनाई है। इसमें से ४ लाख टन भारत की सरकारी एजेंसियों से और ५ लाख टन निजी भारतीय विक्रेताओं से खरीदा जाएगा। इसके लिए आवश्यक मंजूरी पहले ही दी जा चुकी है। यह कदम बांग्लादेश की खाद्य सुरक्षा को मजबूत करेगा और साथ ही भारतीय निर्यातकों के लिए एक बड़ा अवसर लेकर आया है।
फिलहाल यह है रेट चावल का:
बांग्लादेश की इस घोषणा के बाद भारतीय बाजार में चावल की मांग में अचानक उछाल आया है, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। व्यापारियों का कहना है कि बांग्लादेश से आने वाली भारी मांग के कारण कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन भारत के पास अब भी चावल का पर्याप्त भंडार है। आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और दक्षिण भारत के अन्य राज्यों के व्यापारियों ने पहले से ही स्टॉक तैयार कर लिया था।
स्वर्ण चावल: ₹ ३२. ५ से बढ़कर ₹ ३५ प्रति किलो
मिनिकट: ₹४६ से बढ़कर ₹ ४८ प्रति किलो
स्टीम कतरणी: ₹ ४२ से बढ़कर ₹ ४३ प्रति किलो
सीमाओं पर ट्रकों की कतारें:
फेडरेशन ऑफ इंडिया एक्सपोर्ट ऑर्गेनाइजेशन (एफआईईओ), ईस्ट रीजन के पूर्व चेयरमैन बिमल बेंगानी ने कहा हिली पोर्ट सीमा पर अभी करीब ६५ ट्रक चावल लेकर खड़े हैं जिनका कस्टम्स क्लियरेंस नहीं हुआ है, जबकि २००-२५० ट्रक रास्ते में हैं। उम्मीद है कि बांग्लादेश सरकार की ओर से भारतीय एजेंटों को आज आधिकारिक सूचना मिल जाएगी, जिसके बाद इन ट्रकों को सीमा पार करने की अनुमति मिलेगी।










