नई दिल्ली: अमेरिका की शह मिलने के बाद पाकिस्तान ज्यादा ही उछलने लगा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने पर भारत को धमकी दी है।
राजधानी इस्लामाबाद में हुए एक कार्यक्रम में शहबाज शरीफ ने कहा कि दुश्मन (भारत) पाकिस्तान से एक बूंद पानी भी नहीं छीन सकता। आपने हमें पानी रोकने की धमकी दी। अगर ऐसा करने की कोशिश की तो पाकिस्तान आपको ऐसा सबक सिखाएगा, जिसे जिंदगीभर नहीं भूलेंगे।
शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत अगर पाकिस्तान की तरफ बहने वाला पानी रोकने की कोशिश करता है तो यह सिंधु जल संधि का उल्लंघन होगा। उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि इसका जवाब निर्णायक तरीके से दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पानी पाकिस्तान की लाइफलाइन है और अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत देश के अधिकारों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
बिलावल भी जंग की धमकी दे चुके:
शहबाज शरीफ से पहले पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो भारत को युद्ध की धमकी दे चुके हैं। सोमवार को दिए बिलावल ने कहा था कि अगर भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित रखा तो पाकिस्तान के पास जंग के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा।
भुट्टो ने सिंध प्रांत की सरकार के एक कार्यक्रम में कहा, मोदी सरकार के कदमों ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया है। हमें एकजुट होकर इन आक्रामक नीतियों का जवाब देना होगा। भुट्टो ने दावा किया था कि पाकिस्तान के लोग ६ नदियों को वापस लेने के लिए जंग करने में सक्षम हैं।
४८ घंटों में तीसरी गीदड़भभकी:
सिंधु जल समझौते के निलंबन को लेकर ४८ घंटों में ३ पाकिस्तानी नेताओं ने भारत के खिलाफ धमकी भरे बयान दिए हैं। इनमें पाकिस्तानी फौज के मुखिया आसिम मुनीर ने अमेरिका में, अब प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो शामिल हैं।
भारत ने सिखाया था सबक
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत ने पाकिस्तान व उसके मित्रों को जो करारा सबक सिखाया, वह पूरी दुनिया ने देखा। भारत ने इस दौरान पाकिस्तान को अमेरिका के दिये हुए लड़ाकू विमान एफ-१६ मार गिराये थे, इस सवाल पर अमेरिका ने चुप्पी साध ली है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि एफ-१६ जेट्स के बारे में जानकारी के लिए पाकिस्तान सरकार से बात करें।
भारतीय वायुसेना प्रमुख एपी सिंह ने शनिवार को बताया था कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने जैकोबाबाद एयरपोर्ट पर एफ-१६ रखने वाले हैंगर पर हमला किया था। इसमें आधा हैंगर तबाह हो गया था, जिससे उसमें मौजूद कुछ विमान भी डैमेज हुए होंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि सुक्कुर में ड्रोन हैंगर और भोलारी में एक स्पेशल विमान हैंगर को भी निशाना बनाया गया था। इन हमलों में कम से कम एक बड़ा विमान और कुछ एफ-१६ के नुकसान का अनुमान है।
अमेरिका ने इसलिए साधी चुप्पी
अमेरिका की टेक्निकल सपोर्ट टीमें पाकिस्तान में २४ घंटे तैनात रहती हैं और वहां के एफ-१६ विमानों पर नजर रखती हैं। ये टीमें अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हुए समझौतों के तहत काम करती हैं। लेकिन एफ-१६ मार गिराने के सवाल पर अमेरिका ने इसलिए चुप्पी साध ली, क्योंकि ये विमान अमेरिकी कंपनी बनाती है।
अमेरिका का यह रुख २०१९ से अलग है, जब बालाकोट हमले के बाद अमेरिका ने कहा था कि पाकिस्तान के सभी एफ-१६ सुरक्षित हैं। यह अमेरिका का मशहूर और शक्तिशाली फाइटर जेट है, जिसे १९७० के दशक में जनरल डायनेमिक्स ने बनाया था। अब इसे अमेरिकी डिफेंस कंपनी लॉकहीड मार्टिन बनाती है। पाकिस्तान समेत २५ से ज्यादा देश एफ-१६ का इस्तेमाल करते हैं।