बलिया: बलिया जिले में सरयू और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिला प्रशासन के बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी द्वारा शनिवार को उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, सरयू नदी तुर्तीपार में खतरे के निशान ६४.०१ मीटर से ४६ सेमी ऊपर और चांदपुर में खतरे के निशान से ६१ सेमी ऊपर बह रही है।
इन आंकड़ों के अनुसार, गायघाट में गंगा नदी का जलस्तर ५९.६६ मीटर था, जो खतरे के निशान ५७.६१ मीटर से २.०५ मीटर ऊपर है।
जिला प्रशासन ने बताया कि गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ से अब तक बलिया जिले की बलिया सदर और बैरिया तहसीलें मुख्य रूप से प्रभावित हुई हैं। सरयू नदी का जलस्तर बढ़ने से बांसडीह तहसील क्षेत्र प्रभावित हुआ है और बैरिया तहसील क्षेत्र के कुछ गांव भी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं।
बैरिया के उपजिलाधिकारी आलोक प्रताप सिंह ने शनिवार को बताया कि बैरिया तहसील क्षेत्र के कुल १८ राजस्व गांव प्रभावित हुए हैं, जिनमें से १४ गांव गंगा नदी से और ४ गांव सरयू नदी से प्रभावित हैं। लगभग ३७,००० लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। लोगों के आवागमन के लिए १४२ सरकारी नावें लगाई गई हैं। इसके अलावा निजी नावें भी तैनात हैं।
बलिया सदर तहसील के नायब तहसीलदार प्रदीप कुमार ने बताया कि बलिया सदर तहसील क्षेत्र के कुल १६३ राजस्व गांव प्रभावित हुए हैं तथा कुल ३० घर ढह गए हैं। उन्होंने कहा कि ३१७ नावों को बचाव कार्य में लगाया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि बाढ़ के कारण जिले के कुल ८१ सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद कर दिए गए हैं।











