नई दिल्ली: मंगलवार की सुबह उत्तराखंड के उत्तरकाशी में एक ऐसी तबाही आई जिसमें बड़ी-बड़ी बिल्डिंग तिनकों की तरह बह गई। अचानक आसमान से ऐसा कहर टूटा जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। इस तबाही का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
बादल फटने की घटना के बाद खीरगंगा में भयंकर बाढ़ आ गई। इस मामले पर जिलाधिकारी ने बताया कि धराली आपदा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है। पानी का सैलाब गांव की तरफ आते ही लोगों में चीख पुकार मच गई। कई होटलों में पानी और मलबा घुस गया है।
मौसम विभाग ने कर दिया था अलर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक मौसम विभाग की ओर से इस घटना की जानकारी पहले ही दे दी गई थी, जिसकी वजह से ज्यादा बहुत बड़ी संख्या में जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन भारी तबाही जरूर मची है।
दरअसल मौसम विभाग ने ५ और ६ अगस्त को ही जिले में भारी बारिश हो सकती है ऐसी सूचना लोगों को दे दी थी। आइएमडि देहरादून ने ५ अगस्त की सुबह ही अपने अलर्ट में साफ लिखा था कि उत्तरकाशी जिले में अगले दो दिन कहीं-कहीं बहुत तेज बारिश हो सकती है।
साथ ही गर्जना, बिजली गिरने और नदी-नालों का जलस्तर बढ़ने की आशंका भी जताई थी। वहीं भूस्खलन और बादल फटने जैसी घटनाएं का भी जिक्र किया था। ऐसे में जरूरी है कि सतर्कता बरती जाए और स्कूली बच्चों की सुरक्षा को लेकर खास कदम उठाए जाएं।

राष्ट्रपति, पीएम मोदी समेत कई नेताओं ने जताया दुख
वहीं इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह से लेकर राहुल गांधी तक कई नेताओं ने शोक जताया है। पीएम मोदी ने लिखा कि उत्तरकाशी के धराली में हुई इस त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही सभी पीड़ितों की कुशलता की कामना करता हूं। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी जी से बात कर मैंने हालात की जानकारी ली है। राज्य सरकार की निगरानी में राहत और बचाव की टीमें हरसंभव प्रयास में जुटी हैं। लोगों तक मदद पहुंचाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी जा रही है।