कोशी प्रांत को स्वास्थ्य पर्यटन का हब बनाने पर जोर
झापा: झापा के बिरतामोड़ में आयोजित स्वास्थ्य पर्यटन मार्ट-२०२५ के दूसरे संस्करण में कहा गया है कि कोशी प्रांत में स्वास्थ्य पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। झापा के बिरतामोड़ स्थित सिटी सेंटर में नेपाल पर्यटन बोर्ड द्वारा आयोजित द्वितीय स्वास्थ्य पर्यटन मार्ट-२०२५ में शनिवार को कोशी प्रांत को स्वास्थ्य पर्यटन का हब बनाने पर जोर दिया गया।
कार्यक्रम में बोलते हुए कोशी प्रांत के पर्यटन, वन एवं पर्यावरण मंत्री सदानंद मंडल ने कहा कि कोशी प्रांत की समृद्धि के लिए पर्यटन ही एकमात्र विकल्प है। उन्होंने कहा, “हमारा मानना है कि पर्यटन को बढ़ावा देने से कोशी प्रांत में समृद्धि आएगी और हम इसी के अनुरूप आगे बढ़ रहे हैं।”
मंत्री मंडल ने कहा कि कोशी सरकार प्रकृति, संस्कृति और पर्यटन के आधार पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा, “सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि भारत से इलाज के लिए आने वालों को कोई परेशानी न हो। सरकार हमारी कमियों को सुधारने के लिए तैयार है। नेपाल को भारत की बड़ी आबादी का लाभ उठाने में सक्षम होना चाहिए। हम इसके लिए काम कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि नेपाल न केवल चिकित्सा बल्कि आयुर्वेदिक उपचार के लिए भी एक उपयुक्त स्थान है। उन्होंने कहा, “यहां के वातावरण और जलवायु से कई मरीज ठीक हो जाते हैं। कोसी सरकार स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने और सेवाओं का विस्तार करने के लिए तैयार है। हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि इलाज के लिए आने वाले भारतीय पांच लाख तक ला सकें।” इसी तरह, पर्यटन बोर्ड की कार्यवाहक निदेशक रोहिणी खनाल ने कहा कि चूंकि स्वास्थ्य पर्यटन एक नया क्षेत्र है, इसलिए हमें इस संबंध में और नीतिगत सुधार करने चाहिए और पर्यटन को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा, “हमारे बुनियादी ढांचे और गुणवत्ता की मार्केटिंग करके कोशी प्रांत में स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार और निजी क्षेत्रों को मिलकर काम करना होगा। नेपाल और हमारे पहाड़ों के वातावरण को देखकर कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है। इसके लिए हमें बड़ी आबादी वाले भारत में विश्वास का माहौल बनाने की जरूरत है।” मार्ट में ४८ स्टॉलों के माध्यम से कोशी प्रांत में स्वास्थ्य पर्यटन की प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें नेत्र, दंत और त्वचा देखभाल जैसी विशेषज्ञ सेवाएं प्रदान करने वाले अस्पताल, आयुर्वेद औषधालय, होटल व्यवसायी और पर्यटन उद्यमी शामिल थे। साथ ही कोशी प्रांत के पर्यटन स्थलों की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई गई। कैबिनेट सहित एक प्रतिनिधिमंडल ने भी स्टॉलों का दौरा किया।

स्वास्थ्य पर्यटन की संभावना और आवश्यकता पर चर्चा के लिए मार्ट के तहत दो पैनल चर्चाएं आयोजित की गईं। पहले सत्र में ‘स्वास्थ्य पर्यटन’ की स्थिति, संभावना और चुनौतियों पर चर्चा की गई। जिसमें नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. अजीत कुमार ठाकुर, कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. बीरेंद्र कुमार शर्मा, नेपाल पर्यटन बोर्ड की कार्यवाहक निदेशक रोहिणी खनाल और पूर्वी हिमालयन ट्रैवल एंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव देबाशीष चक्रवर्ती ने स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यटन के संयुक्त प्रचार-प्रसार पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
इसी प्रकार, बोर्ड के वरिष्ठ प्रबंधक सूर्या थापलिया द्वारा संचालित ‘सीमा पार पर्यटन’ शीर्षक चर्चा में नेपाल कांग्रेस कोशी प्रांत के मुख्य सचेतक गोपाल तमांग, नाटा कोशी प्रांत के निवर्तमान अध्यक्ष उदय कुमार श्रेष्ठ तथा एचएचटीडीएन के महासचिव सम्राट सिगडेल ने विशेषज्ञ के रूप में भाग लिया। जिसमें विशेषज्ञों ने सीमा पार पर्यटन के अवसरों, नीतिगत सुधारों की आवश्यकता, बुनियादी ढांचे के विकास तथा सहयोग की संभावनाओं पर अपने विचार व्यक्त किए।

इस संदर्भ में नेपाली पर्यटन उद्यमियों तथा भारत के प्रतिनिधियों के बीच बीटीयू बैठक का भी आयोजन किया गया। जिसमें दोनों पक्षों ने स्वास्थ्य पर्यटन, संभावित निवेश तथा सहयोग की साझा योजनाओं पर सकारात्मक बातचीत की, ऐसा बोर्ड ने बताया।
इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में घरेलू तथा विदेशी स्वास्थ्य पेशेवरों, पर्यटन पेशेवरों, मीडिया प्रतिनिधियों तथा हितधारकों ने भाग लिया, जिसमें भारत के २० से अधिक पर्यटन पेशेवरों ने भाग लिया। बोर्ड ने बताया कि भारत के साथ सीमा के निकट भौगोलिक तथा सामाजिक संबंधों का उपयोग करके नेपाल के स्वास्थ्य पर्यटन को विस्तारित करने के उद्देश्य से आयोजित यह मार्ट सफलतापूर्वक तथा प्रभावी रूप से संपन्न हुआ।
नेपाल पर्यटन बोर्ड के वरिष्ठ प्रबंधक सूर्या थापलिया ने कहा कि स्वास्थ्य पर्यटन नेपाल के भविष्य के आर्थिक विकास के लिए एक रणनीतिक मार्ग हो सकता है और उन्होंने निजी और सार्वजनिक क्षेत्रों के बीच सहयोग को और मजबूत करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।