काठमांडू: भारत सरकार ने नेपाल के स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को मजबूत बनाने के उद्देश्य से नेपाल के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों को ४० एंबुलेंस उपहार स्वरूप प्रदान की हैं। ये एंबुलेंस देश के सात प्रांतों को कवर करते हुए नेपाल के ३३ जिल्लाें में फैले संस्थानों को प्रदान की गई हैं।

एम्बुलेंस हैंडओवर कार्यक्रम चार स्थानों – भारतीय दूतावास काठमांडू, भारतीय महावाणिज्य दूतावास बीरगंज और पोखरा तथा धरान में भारतीय दूतावास के पेंशन भुगतान कार्यालयों में एक साथ आयोजित किया गया। इनमें से राजधानी काठमांडू में २२, बीरगंज में ७, पोखरा में ७ और धरान में ४ एंबुलेंस भारत सरकार के प्रतिनिधियों द्वारा लाभार्थी संगठनों को सौंपी गईं।
काठमांडू में आयोजित कार्यक्रम में भारत के उप राजदूत श्री प्रसन्न श्रीवास्तव ने विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के प्रतिनिधियों, स्थानीय निकायों के प्रमुखों, राजनीतिक प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में एंबुलेंस की चाबियां सौंपी।
इस अवसर पर श्री श्रीवास्तव ने कहा कि यह पहल नेपाल-भारत विकास साझेदारी के तहत भारत सरकार की दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य नेपाल के स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के बीच यह बहुआयामी विकास साझेदारी पिछले सात दशकों में अधिक व्यापक, गहन और विविधतापूर्ण हो गई है। लाभार्थी संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस सहयोग के लिए भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि इससे उनके क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच में सुधार होगा। इसी तरह की सकारात्मक प्रतिक्रिया बीरगंज, पोखरा और धरान में आयोजित कार्यक्रमों में भी देखने को मिली। भारत सरकार पिछले तीन दशकों से नेपाल के विभिन्न हिस्सों में स्थित स्वास्थ्य संस्थानों को एंबुलेंस उपहार में दे रही है। आज प्रदान की गई ४० एंबुलेंस सहित १९९४ से अब तक नेपाल को कुल १०४९ एंबुलेंस उपहार में दी जा चुकी हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र के अलावा भारत सरकार ने नेपाल के शिक्षा और प्रशासनिक क्षेत्रों को भी महत्वपूर्ण संसाधन उपलब्ध कराए हैं। अब तक नेपाल के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों को ३०० स्कूल बसें उपहार में दी जा चुकी हैं।

वर्ष २०२२ में चुनाव कराने के लिए नेपाल की कानून प्रवर्तन एजेंसियों और चुनाव आयोग को २०० वाहन उपलब्ध कराए गए। हाल ही में, मई २०२५ में एवरेस्ट डायलॉग के पहले संस्करण के आयोजन में सहयोग के लिए भारत ने नेपाल के विदेश मंत्रालय को १५ इलेक्ट्रिक वाहन भी उपहार में दिए। भारत और नेपाल के बीच यह सहयोगात्मक संबंध दोनों देशों के लोगों के बीच गहरे संबंधों को दर्शाता है। भारत सरकार द्वारा बार-बार किया जा रहा सहयोग नेपाली लोगों के साथ उसके निरंतर जुड़ाव और मैत्री की भावना का स्पष्ट प्रमाण है।