बारासात: बारासात के अशोकनगर थाने की पुलिस ने किडनी तस्करी मामले में कोलकाता के बांसड्रोनी से ३३ वर्षीय वकील आरोपी प्रदीप कुमार बार को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मामले में वकील को नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाया था। उस नोटिस पर आरोपी प्रदीप गुरुवार को अशोकनगर थाने में पेश होने आया था। आरोपी से लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने उसे दोपहर करीब ३ बजे हिरासत में ले लिया और शुक्रवार को बारासात कोर्ट में पेश किया। इससे पहले किडनी तस्करी मामले में पुलिस ने ५ आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद उक्त वकील का नाम सामने आया था, जिसमें पुलिस ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह पुलिस के सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। उल्लेखनीय है कि किडनी दान के लिए जिला और राज्य स्तर पर दो समितियां हैं। नेफ्रोसेंटर द्वारा प्रारंभिक रूप से डोनर और प्राप्तकर्ता की शारीरिक स्थिति की जांच करने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग सबसे पहले उस दस्तावेज के आधार पर आवेदन का सत्यापन करता है। फिर अनुमंडल स्तर पर सुनवाई होती है। राज्य स्तर पर रिपोर्ट भेजी जाती है, जिसमें बताया जाता है कि यह ‘अनुशंसित’ है या ‘अनुशंसित नहीं’। इसके अलावा डोनर को कोर्ट में हलफनामा देना होता है। हालांकि प्रशासन की अनुशंसा के बिना कोर्ट से कानूनी मंजूरी नहीं ली जाती है। इस मामले में पुलिस को गिरफ्तार लोगों से पता चला है कि अलीपुर कोर्ट का उक्त वकील ‘अनुशंसित नहीं’ मामलों को हलफनामे में बदल देता था। यह भी कहा जाता है कि यह काम कैसे और किसके जरिए होता है, यह सिर्फ उक्त वकील ही जानता था। पुलिस के मुताबिक आरोपी वकील अलीपुर कोर्ट में प्रैक्टिस करता था। हावड़ा व आसपास के इलाकों में किडनी तस्करी से जुड़े सारे दस्तावेज उसी वकील के जरिए हलफनामे बनवाता था। इसे उसने अलीपुर कोर्ट से बनवाया था। किडनी ट्रांसप्लांट भले ही हावड़ा में हुआ हो, लेकिन अलीपुर कोर्ट से पास हुए दस्तावेज देखकर पुलिस को शक हुआ। इसके बाद उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया। आरोपी वकील २०१४ से इस गिरोह के लिए बिचौलिए का काम कर रहा था। उसने ५०० रुपये के हलफनामे के लिए १० हजार रुपये प्रति दस्तावेज लिए थे। हालांकि, कोर्ट के दस्तावेजों में किसी तरह के पैसे के लेन-देन का जिक्र नहीं है। इससे पहले पुलिस ने किडनी तस्करी गिरोह के ५ सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार लोगों में अमित जाना, मौसमी सरदार, पियाली डे, गौरांग सरदार, विकास घोष उर्फ शीतल शामिल हैं। एक महिला और एक पुरुष से पूछताछ के बाद वकील का नाम सामने आया। शुक्रवार को कोर्ट में पेश किए जाने पर कोर्ट ने आरोपी को पुलिस हिरासत में भेज दिया।