नई दिल्ली: यूक्रेन ने रूस पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को यूक्रेन ने रूसी हवाई अड्डों को निशाना बनाकर अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया।
अमेरिकी अखबार द न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार, यूक्रेन ने पूर्वी साइबेरिया से लेकर रूस की पश्चिमी सीमा तक ड्रोन हमले किए। यूक्रेन द्वारा किए गए इस हमले को अब तक का सबसे समन्वित और सटीक हमला कहा गया है।
राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने खुद हमले की रणनीति की निगरानी की है।
यूक्रेनी ड्रोन हमले के परिणामस्वरूप कई रूसी हवाई अड्डों पर सैन्य विमानों को आग की लपटों में जलते हुए दिखाने वाली तस्वीरें और वीडियो भी जारी किए गए हैं।
रविवार को रूस ने यूक्रेनी सैन्य क्षेत्र को निशाना बनाकर हवाई हमला किया। हमले में १२ सैनिक मारे गए। न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा कि यूक्रेन ने जवाबी कार्रवाई में रूसी हवाई अड्डों को निशाना बनाया।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेनी ड्रोन ने पांच रूसी हवाई अड्डों को निशाना बनाया।
रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नॉर्वे की सीमा के पास मरमंस्क और पूर्वी साइबेरिया के इरकुत्स्क सहित विभिन्न राज्यों के हवाई अड्डों पर सैन्य विमानों में आग लगी थी।
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) ने बताया कि यूक्रेन द्वारा मार गिराए गए ड्रोन ने विभिन्न रूसी हवाई अड्डों पर ४० से अधिक विमानों को नुकसान पहुंचाया। ए-५०, टुपोलेव टीयू-९५ और टीयू-२६ विमान कथित तौर पर यूक्रेनी ड्रोन हमलों में नष्ट हो गए।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया कि हमले में कोई हताहत नहीं हुआ।
एपी के अनुसार, यूक्रेन ने रूसी क्षेत्र से रूस पर हमला किया। इसके लिए, ड्रोन को रूस में तस्करी करके लाया गया।
एपी ने बताया कि रूसी क्षेत्र में ले जाए जाने के बाद, ड्रोन को वहां लकड़ी के मोबाइल घरों में छिपा दिया गया और वहीं से निशाना बनाया गया।
एपी ने एक वरिष्ठ यूक्रेनी सैन्य अधिकारी का हवाला देते हुए बताया, “रूस में ड्रोन की तस्करी करना कोई छोटी बात नहीं थी। हम उन्हें वहां ले गए और उन्हें लकड़ी के मोबाइल घरों में रख दिया। फिर हमने रूसी हवाई ठिकानों को निशाना बनाया और रिमोट-नियंत्रित हमले किए।”
राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने रविवार को कहा कि ११७ ड्रोन ने रूसी हवाई ठिकानों पर हमला किया है।
इससे सोमवार को तुर्की के इस्तांबुल में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच होने वाली वार्ता पर भी संदेह पैदा हो गया है।
इस्तांबुल में हुई पिछली वार्ता में युद्ध विराम पर चर्चा या निर्णय नहीं हुआ था। उस समय दोनों देशों के अधिकारियों ने कहा था कि वे अपने-अपने शीर्ष अधिकारियों के साथ युद्ध विराम प्रस्ताव पर चर्चा करेंगे।
उस चर्चा के बाद दोनों देशों ने १,००० युद्धबंदियों को रिहा किया था।
वार्ता के अगले दिन रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया। राजधानी कीव पर ड्रोन और मिसाइल हमले करने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तीखी आलोचना की।
ट्रंप ने पुतिन को पागल तक कह दिया और यूक्रेन पर लगातार आक्रमण करने के लिए भारी कीमत चुकाने की धमकी दी।