कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आतंकवाद पर अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा है कि भारत की संप्रभुता और अखंडता की अवधारणा में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को समझाने के लिए सात सदस्यीय भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ जापान पहुंचे अभिषेक ने अपने एक्स हैंडल पर पहली बार अपने विचार साझा करते हुए कहा, “मैं वैश्विक मंच पर आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख का प्रतिनिधित्व करने वाले सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं।”
महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई:
एडोगावा में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा, “राजधानी टोक्यो में पहले दिन की शुरुआत एडोगावा में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई, जो भारत-जापान संबंधों और शांति और अहिंसा के हमारे साझा मूल्यों के स्थायी प्रतीक के रूप में खड़ी है।” उन्होंने कहा कि भारतीय दूतावास में हमें भारतीय राजदूत सिबी जॉर्ज ने सुरक्षा में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए इस ‘आउटरीच’ के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया से भी मुलाकात की और आतंकवाद के अपराधियों के खिलाफ न्याय की मांग में जापान के निरंतर समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत दृढ़ संकल्पित है।
बैठक के एजेंडे के बारे में बताते हुए अभिषेक ने कहा, “प्रमुख जापानी थिंक टैंकों के साथ हमारी बातचीत में हमने क्षेत्रीय सुरक्षा आवश्यकताओं और आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता नीति पर चर्चा की।” चर्चा के दौरान प्राप्त प्रतिक्रिया उत्साहवर्धक थी, तथा सद्भाव बनाए रखने के भारत के प्रयासों के प्रति प्रबल समर्थन व्यक्त किया गया। अपने वक्तव्य को समाप्त करते हुए अभिषेक ने कहा, “हमारे प्रतिनिधिमंडल ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री और जापान-भारत एसोसिएशन के अध्यक्ष योशीहिदे सुगा से भी मुलाकात की।” हमने सीमापार आतंकवाद से निपटने के भारत के संकल्प की पुनः पुष्टि की तथा इस साझा उद्देश्य में भारत-जापान सहयोग को मजबूत करने की उसकी प्रतिबद्धता की सराहना की। इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत दृढ़ संकल्पित है। पूरी दुनिया में आतंकवाद के लिए कोई जगह नहीं है।