नदिया: पार्षदों के विरोध प्रदर्शन के कारण कृष्णानगर नगरपालिका में बुधवार को काम प्रभावित हो गया। आरोप है कि कार्यालय पहुंची चेयरमैन को उनके कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया गया और उन्हें घेरकर विरोध जताया गया। आरोप है कि कई महीनों से नदिया के कृष्णानगर नगर पालिका अनियमितताओं के आरोपों के कारण विवादों में है। नगरपालिका की चेयरपर्सन पर भर्ती भ्रष्टाचार सहित कई भ्रष्टाचारों का आरोप लगाया गया है जिसको लेकर कई पार्षद लंबे समय से इसका विरोध कर रहे हैं। गौरतलब है कि २ तारीख को कृष्णानगर नगरपालिका के कई पार्षदों ने चेयरपर्सन के कार्यालय के सामने धरना दिया था। उनका दावा था कि कृष्णानगर नगरपालिका की ओर से पारदर्शी बजट वहां पेश नहीं की गयी है। इतना ही नहीं पार्षदों ने पालिका के सफाई कर्मचारियों के लिए बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को लेकर भी आंदोलन करते नजर आये थे। हालांकि चेयरपर्सन रीता दास ने उनसे कहा था कि वह सभी पार्षदों को साथ लेकर चर्चा बैठक करेंगी मगर प्रदर्शनकारी पार्षदों को कहना है कि कोई बैठक नहीं की गयी। ना ही पालिका में चल रही समस्याओं का समाधान नहीं निकला है। मंगलवार को भी नगर पलिका के अंदर इसी मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी रहा और बुधवार को भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया। इसदिन चेयरपर्सन के कार्यालय पहुंचने पर उन्हें बाधा दी गयी। कृष्णानगर नगरपालिका की चेयरपर्सन रीता दास को उनके कार्यालय में प्रवेश करने से पहले ही अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। हालांकि इस संदर्भ में चेयरपर्सन रीता दास ने कहा कि विपक्षी पार्षदों ने बजट प्रस्तुति को लेकर हाईकोर्ट में मामला दायर किया है, लेकिन वह हाईकोर्ट के फैसले को गंभीरता से लेंगी। दूसरी ओर बजट में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण नगरपालिका सेवाएं अभी भी बाधित हैं।