काठमांडू: राजभक्ति आंदोलन की तैयारियों के बीच सरकार ने बिना किसी घोषणा के ज्ञानेंद्र शाह को निर्मल निवास में नजरबंद कर दिया है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार, नेपाल पुलिस के असैन्य अधिकारियों को शनिवार से ही तैनात कर दिया गया है।
नगरकोट में १२ दिनों के प्रवास के बाद शाह निर्मल शुक्रवार को अपने आवास पर लौट आए। इस बीच, उन्होंने सभी राजशाही गुटों से मुलाकात की।
इससे पहले, राजशाही आंदोलन के समन्वयक नवराज सुबेदी को नजरबंद कर दिया गया था। शिवसेना नेपाल के अध्यक्ष अनिल बस्नेत को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया।