नई दिल्ली: बचावकर्मियों का कहना है कि सूडान के दारफुर क्षेत्र में विस्थापित लोगों के शिविर पर हुए हवाई हमले में एक ही परिवार के कम से कम १४ सदस्य मारे गए हैं।
स्वयंसेवकों ने डारफुर में अबू सुक शिविर को निशाना बनाकर किये गए हमले की सूचना दी है। उन्होंने घटना का विवरण देते हुए एक बयान जारी किया है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, दारफुर की राजधानी अल-फसर के निकट स्थित यह क्षेत्र अभी भी अर्धसैनिक बल आरएसएफ के नियंत्रण में नहीं है और खाद्य संकट से बुरी तरह प्रभावित है।
दारफूर क्षेत्र अफ्रीका में संघर्ष के कारण विस्थापित लाखों लोगों के लिए आश्रय स्थल बन गया है। आरएसएफ, जो हाल ही में नियमित सेना के साथ युद्ध में शामिल रही है, ने ऐसे शिविरों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है।
ज़मज़म शिविर के निकट स्थित अबू सुक शिविर को अप्रैल में आरएसएफ द्वारा किये गए विनाशकारी हमले के बाद खाली करा लिया गया था। संयुक्त राष्ट्र ने बताया है कि इस क्षेत्र में लगभग दस लाख शरणार्थी हैं।
यह संघर्ष सेना प्रमुख अब्देल फतह अल-बुरहान और पूर्व आरएसएफ कमांडर मोहम्मद हमदान दागलोबिच के बीच सत्ता संघर्ष के रूप में शुरू हुआ। संयुक्त राष्ट्र ने इस युद्ध को विश्व का सबसे गंभीर मानवीय संकट बताया है।
वर्तमान में सेना देश के उत्तर, पूर्व और मध्य भाग पर नियंत्रण रखती है, जबकि आरएसएफ पश्चिम और दक्षिण के बड़े हिस्से पर प्रभुत्व रखती है।