२५ मिनट में तबाह किए ९ आतंकी ठिकाने, सेना ने कैसे चलाया पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर

TOPSHOT - People walk through the debris of a demolished house related to the family of Ashif Sheikh, who is suspected of involvement in the Pahalgam tourist attack, in Monghama village of Tral south of Srinagar on April 25, 2025. Soldiers in Indian-administered Kashmir on April 25 blew up the family homes of two men who police allege were among a gang that carried out the region's deadliest attack against civilians for decades. (Photo by HABIB NAQASH / AFP) (Photo by HABIB NAQASH/AFP via Getty Images)

नई दिल्ली: पहलगाम में हुए आतंकी हमले के १५ दिन के अंदर भारतीय सेना ने करारा जवाब दिया है। सेना ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर ९ आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया है। बीती रात की गई इस जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सरकार ने कुछ तस्वीरें जारी कीं और स्पष्ट किया कि ऑपरेशन में किसी भी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को नुकसान नहीं पहुंचा है। भारत ने यह भी कहा कि यह कार्रवाई आत्मरक्षा के अधिकार के तहत की गई थी और इसका उद्देश्य आतंकवाद का उन्मूलन करना था।
भारत ने अपने अधिकार का प्रयोग किया है: सरकार
भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर, पहलगाम जैसे सीमापार आतंकवादी हमलों का जवाब देने और उन्हें रोकने तथा ऐसे खतरों का मुकाबला करने के उसके अधिकार पर आधारित है। भारत ने कहा है कि उसका पूरा ध्यान आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने और आतंकवादियों को बेअसर करने पर है। ऑपरेशन के बाद विदेश सचिव विक्रम मिश्री, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान केवल आरोप-प्रत्यारोप में लगा हुआ है, जबकि भारत के पास ठोस जानकारी है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी ठिकानों से और हमले किए जा सकते हैं। इसलिए समय रहते उनके खिलाफ कार्रवाई करना जरूरी था।
इन आतंकी ठिकानों को बनाया गया निशाना:
ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी शिविरों पर मिसाइल हमले किये। इस अभियान में बहावलपुर स्थित जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय और मुरीदके स्थित लश्कर-ए-तैयबा के ठिकाने को भी निशाना बनाया गया।
इसका नाम ऑपरेशन सिंदूर क्यों रखा गया?
पहलगाम में आतंकवादी हमले के पंद्रह दिन बाद, भारत ने कल रात बड़े पैमाने पर जवाबी कार्रवाई की, जिसमें कथित तौर पर लगभग २५० आतंकवादी मारे गए। हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेना, वायुसेना और नौसेना प्रमुखों के साथ कई महत्वपूर्ण एवं गुप्त बैठकें कीं। इन सभाओं में प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कहा कि पहलगाम में हुई इस आतंकवादी घटना ने देश में कई महिलाओं को विधवा बना दिया है और पुरुषों की जान ले ली है तथा उनके माथे से सिंदूर मिटा दिया है। ऐसे हमलों का उचित जवाब देना आवश्यक है। इसी भावना से इस सैन्य अभियान का नाम ‘मिशन सिंदूर’ रखा गया।

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