काठमांडू: नेपाली पत्रकार महासंघ (एफएनजे) की काठमांडू शाखा ने विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज यहां प्रभातफेरी का आयोजन किया।
‘साहसी पत्रकारिता, प्रेस की स्वतंत्रता और नई दुनिया में मीडिया पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रभाव’ के नारे के साथ आयोजित प्रभातफेरी रत्न पार्क शांतिबाटीका से शुरू होकर भृकुटी मंडप तक पहुंची और रैली में तब्दील हो गई। इस अवसर पर उन सभी पत्रकारों को श्रद्धांजलि दी गई जिन्होंने तत्कालीन प्रेस और अभिव्यक्ति के संघर्ष में योगदान दिया था।
इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकारों ने विश्वास व्यक्त किया कि विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस राज्य को प्रेस और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की रक्षा करने तथा पत्रकारों को सत्यनिष्ठ, निष्पक्ष, नैतिक और जिम्मेदार पत्रकारिता करने के लिए प्रेरित करेगा।
नेपाली पत्रकार महासंघ (एफएनजे) की अध्यक्ष निर्मला शर्मा ने कहा कि महासंघ देश भर में पत्रकारों की स्थिति और प्रेस स्वतंत्रता के उल्लंघन की घटनाओं पर नजर रख रहा है और पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्रेस स्वतंत्रता के उल्लंघन की घटनाओं में वृद्धि हुई है।
उन्होंने मांग की सरकार ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करे, क्योंकि अभी भी पत्रकारों को दंड से मुक्ति मिल रही है, पत्रकारों की हत्या हो रही है, उन्हें धमकियां मिल रही हैं और उन्हें विस्थापित किया जा रहा है तथा मीडिया पर हमले की घटनाएं हो रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान महासचिव राम प्रसाद दहाल, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष रमेश बिष्ट, काठमांडू शाखा अध्यक्ष शोभा आर्यल सहित अन्य ने याद दिलाया कि नेपाली पत्रकारिता विभिन्न समय पर देश में लोकतंत्र की स्थापना के लिए आंदोलनों में सबसे आगे रही है और इसमें योगदान दिया है, आवाजहीनों की आवाज के रूप में काम किया है। उन्होंने देश में घटित उन घटनाओं को याद किया जहां पत्रकारों को अभी भी समाचार रिपोर्टिंग के लिए विभिन्न हमलों, यातनाओं और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है।