कोलकाताः एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने कोलकाता की जलवायु और सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए २ सौ मिलियन डॉलर के ऋण को मंजूरी दी है। कोलकाता नगर निगम की ‘स्थायित्व, स्वच्छता और लचीलापन’ (क्षेत्र) परियोजना के तहत यह वित्तीय सहायता शहर की जीवन-शैली, विशेषकर महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद करेगी। राज्य मंत्रिमंडल ने एडीबी ऋण भाग के अलावा अतिरिक्त अनुदान के रूप में तकनीकी सहायता प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। इस परियोजना का मुख्य लक्ष्य शहर में जलजनित और मच्छर जनित बीमारियों की घटनाओं को कम करना और नागरिक स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करना है। यह जानकारी राज्य के सिंचाई मंत्री मानस भुइयां ने दी।
गोवालतोड़ में १सौ मेगावाट की एक लगाई जाएगी सौर ऊर्जा परियोजना
भुइयां का कहना है कि पश्चिमी मिदनापुर के गोवालतोड़ में १सौ मेगावाट की एक अन्य सौर ऊर्जा परियोजना लगाई जाएगी। राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया गया है। बैठक के यह गरबेटा ब्लॉक नंबर २ के गोवालतोड़ में लगाया जाएगा। जिसकी लागत ६८० करोड़ रुपए होगी। राज्य सरकार इसका ३० प्रतिशत हिस्सा उपलब्ध कराएगी। बाकी का हिस्सा एक जर्मन कंपनी द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को पश्चिमी मिदनापुर के गोवालतोड़ में ११२.५ मेगावाट की सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने उद्घाटन मंच से एक और १०० मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजना के निर्माण की घोषणा की थी। इस परियोजना की घोषणा के २४ घंटे के भीतर राज्य मंत्रिमंडल से मंजूरी मिल गई।
सौर ऊर्जा परियोजना के बारे में बात करते हुए मानस ने बताया कि जर्मनी की एक कंपनी की मदद से पूर्वी भारत की सबसे बड़ी सौर ऊर्जा परियोजना का उद्घाटन गोवालतोड़ में किया गया है। इसके बाद भी मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि १सौ मेगावाट की एक और सौर ऊर्जा परियोजना लगाई जाएगी। राज्य मंत्रिमंडल ने बुधवार को इस परियोजना को मंजूरी दे दी। सिंचाई मंत्री के अनुसार, इस परियोजना के क्रियान्वयन के फलस्वरूप हमारा राज्य भविष्य में हरित ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे सौर ऊर्जा उत्पादन के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित होगा।