नयी दिल्ली: अमेरिका के इशारे पर जनता की चुनी हुई शेख हसीना सरकार का तख्तापलट कर सत्ता हथियाने वाले मो. यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश उसी पाकिस्तान की गोद में बैठ रहा है, जिसने कभी बांग्ला बोलने वाले मुस्लिमों का कत्लेआम किया था। इसी कड़ी में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच लगभग १५ वर्ष के अंतराल के बाद गुरुवार को विदेश सचिव स्तर की विदेश कार्यालय परामर्श बैठक हुई और दोनों देशों ने व्यापार संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। यह बैठक पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इसहाक डार की ढाका यात्रा से कुछ दिन पहले हुई। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच पिछली विदेश कार्यालय परामर्श बैठक २०१० में हुई थी। इस महीने के अंत में डार ढाका का दौरा करेंगे, जो २०१२ के बाद से किसी पाकिस्तानी विदेश मंत्री का पहला बांग्लादेश दौरा होगा।
सरकारी समाचार एजेंसी बांग्लादेश संवाद संस्था (बीएसएस) की खबर के मुताबिक, बांग्लादेश के विदेश सचिव जशीम उद्दीन और पाकिस्तान की विदेश सचिव आमना बलूच ने राज्य अतिथि गृह पद्मा में आयोजित विदेश कार्यालय परामर्श (एफओसी) के दौरान अपने-अपने पक्षों का नेतृत्व किया। बीएसएस ने बताया कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
बुधवार को यहां पहुंचीं आमना बलूच का मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस और विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन से शिष्टाचार भेंट करने का कार्यक्रम है।