मेघालय: वार्ड की लय परिवर्तन के लिए तैयार

IMG-20250411-WA0090

शिलांग: शिलांग के आकर्षण, लोकप्रिय वार्ड्स झील का जल्द ही १४ करोड़ रुपये की लागत से बड़ा परिवर्तन किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री पॉल लिंगदोह ने आज यह घोषणा की।
पोलक झील के नाम से भी प्रसिद्ध इस कृत्रिम जल निकाय का निर्माण १८९३-१८९४ में मुख्य आयुक्त सर विलियम एर्स्किन वार्ड के नेतृत्व में किया गया था। यह स्थान अपने हरे-भरे बगीचों, फूलों की क्यारियों, पत्थरों से बने पैदल मार्गों और प्रतिष्ठित लकड़ी के सफेद पुल के कारण राज्य के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है।
मंत्री ने कहा कि यह झील वर्तमान में वन एवं पर्यावरण विभाग के अधिकार क्षेत्र में है, जिसे अब पर्यटन विभाग को पुनः हस्तांतरित किया जाएगा ताकि इसकी पूरी क्षमता का दोहन किया जा सके।
जैसा कि लिंगदोह ने कहा, बंद होने का समय बढ़ाना प्रमुख परिवर्तनों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि शटडाउन अब शाम ५ बजे तक नहीं रहेगा, बल्कि इसे रात १० बजे तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, “इससे अवकाश और मनोरंजन के अधिक अवसर पैदा होंगे, खासकर शिलांग आने वाले पर्यटकों के लिए, जो अक्सर शाम की गतिविधियों की कमी की शिकायत करते हैं। इससे सरकारी कर्मचारियों और निवासियों को टहलने और शारीरिक व्यायाम के लिए अधिक समय मिलेगा।”
लिंगदोह ने बताया कि पुनर्निर्माण का एक प्रमुख आकर्षण ध्वनि एवं प्रकाश शो की शुरूआत होगी, जिसका उद्देश्य झील के मनोरंजन भाग को बढ़ाना तथा अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि पैदल यात्रियों और मोटर चालकों के आवागमन के लिए भी प्रावधान बढ़ाए जाएंगे, जिससे आगंतुकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, “यह स्वीकृत राशि का हिस्सा है। हम निश्चित रूप से इसका और विस्तार करेंगे, क्योंकि हमें उम्मीद है कि आगंतुकों की संख्या दोगुनी से भी अधिक हो जाएगी।

About Author

[DISPLAY_ULTIMATE_SOCIAL_ICONS]

Advertisement