मुंबई की ८५ वर्षीया वृद्धा को डिजिटल अरेस्ट कर ठग लिये २० करोड़

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कोलकाता: मुंबई की एक वृद्धा को डिजिटल अरेस्ट कर उससे २० करोड़ रुपये की ठगी के मामले में पुलिस ने कोलकाता से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त का नाम सौरीश नाग है। वह बेलियाघाटा के बेलियाघाटा मेन रोड का रहनेवाला है। मुंबई क्राइम ब्रांच ने कोलकाता पुलिस के साउथ डिविजन साइबर सेल की मदद से अभियुक्त को शेक्सपियर सरणी इलाके से पकड़ा है। शुक्रवार को अभियुक्त को अदालत में पेश करने पर उसे ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई भेज दिया गया।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार फरवरी २०२५ में मुंबई की रहनेवाली एक ८५ वर्षीया वृद्धा ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर २० करोड़ की ठगी की शिकायत थाने में दर्ज करायी थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार जालसाजों ने वृद्धा कa फोन कर उसके नाम पर मनी लॉण्ड्रिंग सहित अन्य धाराओं के तहत मामले दर्ज होने की बात कही। इसके बाद उसे अरेस्ट वारंट भेजकर कमरे के अंदर बंद कर दिया। बाद में वृद्धा को गिरफ्तार करने की धमकी देकर जालसाजों ने वृद्धा से २ महीने तक २० करोड़ रुपये ठग लिये। बाद में ठगी का अहसास होने पर वृद्धा ने थाने में शिकायत दर्ज करायी। मामले की जांच करते हुए मुंबई पुलिस ने पाया कि वृद्धा से ठगे गये रुपये में से ५० लाख रुपये नदिया के रानाघाट के रहनेवाले बापी दास के अकाउंट में जमा हुए थे। मुंबई पुलिस ने उक्त तथ्य के आधार पर बापी दास को नदिया से गिरफ्तार किया। इसके बाद जांच में पता चला कि बेलियाघाटा मेन रोड के रहनेवाले सौरीश नाग के बैंक अकाउंट में ठगी के १.३६ करोड़ रुपये जमा हुए हैं। उक्त तथ्य के आधार पर मुंबई पुलिस ने कोलकाता पुलिस के साउथ डिविजन साइबर सेल की मदद से अभियुक्त सौरीश नाग को गिरफ्तार किया। मुंबई पुलिस सौरीश को ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले गयी। पुलिस अभियुक्त से पूछताछ कर उसके अन्य साथियों की तलाश कर रही है।

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