इंग्लिश बाजार में तृणमूल बोर्ड के खिलाफ भाजपा ने किया धरना-प्रदर्शन

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मालदा: इंग्लिश बाजार नगरपालिका के वर्तमान बोर्ड के खिलाफ कई आरोप लगाते भाजपा नेता व कार्यकर्ता बुधवार को धरना-प्रदर्शन किया। बाद में भाजपा के नेताओं ने नगरपालिका के चेयरमैन को एक ज्ञापन सौंपा। धरना-प्रदर्शन में शामिल नगरपालिका के विपक्षी नेता भाजपा के अम्लान भादुड़ी ने कहा तृणमूल द्वारा संचालित इंग्लिश बाजार नगरपालिका बोर्ड लंबे समय से मनमानी, भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन का चरम उदाहरण रहा है। केंद्र सरकार ने इस बोर्ड को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के लिए बहुत पैसा दिया है। तब भी यहां कोई काम नहीं हुआ। केंद्र सरकार ने इस नगरपालिका को फ़िल्टर्ड पेयजल परियोजना के लिए २०१० में ७२ करोड़ रुपये दिए थे। १४ साल बाद भी, यह नगरपालिका बोर्ड उस काम को पूरा नहीं कर पाया है। लोग पानी की कमी से पीड़ित हैं। फ़िल्टर्ड पेयजल उन तक नहीं पहुंच रहा है। इस शहर में केवल मानसून के दौरान पानी जमा होता है। जहां से जल निकासी प्रणाली की व्यवस्था है, वह चातरा नाला लगातार भरा जा रहा है। इसका सभी लोग विरोध कर रहे हैं। लेकिन तृणमूल द्वारा संचालित नगरपालिका बोर्ड चुप है। यह बोर्ड उन लोगों से जुड़ा हुआ है जो नाला भर रहे हैं। तृणमूल यहां अत्यधिक भ्रष्टाचार कर रही है। उन्होंने कहा पूरा शहर अब कंक्रीट के जंगल से भर गया है। भले ही योजना के अनुसार जगह न मिले लेकिन नई इमारतों के निर्माण की अनुमति दी जा रही है। यह आने वाली पीढ़ियों के लिए भयावह स्थिति पैदा करने वाला है। अगले १० साल बाद इंग्लिश बाजार शहर में दिल्ली जैसी प्रदूषण की भयावह स्थिति पैदा हो जाएगी। महानंदा नदी अब कचरा फेंकने की जगह बन गई है। इस शहर की सड़कों की ठीक से सफाई नहीं हो रही है। विपक्षी वार्डों में सड़कें और नालियां खस्ताहाल हैं। विधवा या वृद्धावस्था भत्ता अटका हुआ है। बहुत सारे लोग भत्ते के इंतजार में बैठे हैं।
सारे काम हाे रहे हैं, विपक्ष को सिर्फ राजनीति करना आता है : कृष्णेंदु
इंग्लिश बाजार नगरपालिका के चेयरमैन कृष्णेंदु नारायण चौधरी ने कहा नगरपालिका के विपक्षी नेता जिस स्थान पर रहते हैं, वहां पेयजल के दो ओवरहेड टैंक हैं। उन्हें उन दो टैंकों से पानी मिल रहा है। वह भी शुद्ध पानी। जैसे-जैसे इस शहर की आबादी बढ़ेगी, उसी हिसाब से काम करना होगा। हम १५३ करोड़ रुपये की एक और परियोजना तैयार कर अमरुद-२ को सौंप रहे हैं। अगर वह स्वीकृत हो जाती है, तो फिल्टर पेयजल परियोजना में काफी सफल हो सकेंगे। ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का काम शुरू हो गया है। १४ करोड़ रुपये का एक और टेंडर निकाला जा रहा है। फिर बाकी का काम किया जायेगा। फिलहाल, कचरा संग्रहण के लिए प्रत्येक वार्ड को एक छोटी गाड़ी दी गई है। उन्होंने कहा विपक्ष सिर्फ राजनीति करता है।

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