कोलकाता: दवाइयों की बढ़ी कीमतों के खिलाफ तृणमूल सुप्रीमो तथा सीएम ममता बनर्जी ने पहले ही विरोध जताया है। अब रसोई गैस की कीमत में बढ़ोत्तरी को लेकर केंद्र पर निशाधा साधा है। सीएम ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार लोगों की जेब काट रही है। उनका लक्ष्य लोगों के जीवन से पाई पाई चूसना जैसा प्रतीक हो रहा है। जीवनदायी दवाइयों से लेकर पेट्रोल, डीजल और कुकिंग गैस तक, सभी जरूरी चीजें धीरे धीरे महंगी हाेती जा रही है। आम लोगाें का परिवार घटती बचत और बढ़ते कर्ज से जूझ रहा है। यह शासन घरेलू बजट पर अपना हमला जारी रखा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा केंद्र में सरकार नहीं चला रही है वह लोगों की जेब से पैसा ऐंठ रही है। वहीं मंगलवार को तृणमूल ने केंद्र पर जमकर निशाना साधा। तृणमूल के नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि पोइला बैशाख पर गैस की कीमत में बढ़ोत्तरी कर मोदीजी ने गिफ्ट दिया है। सांसद ऋतब्रत बनर्जी, सुष्मिता देव, मंत्री डॉ. शशि पांजा, चंद्रिमा भट्टाचार्य ने जमकर निशाना साधा। शशि पांजा ने कहा कि सामने बंगला नववर्ष है। मोदी सरकार ने बंगाल के लोगों को देश के लोगों को उपहार दिया है। गैस के दाम में पचास रुपये वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि ‘मोदी सरकार उज्ज्वला योजना का बखान करती है। लेकिन आंकड़े बताते हैं कि २०२२-२३ में इस योजना से जुड़े ९.५८ करोड़ उपभोक्ताओं में से १.१८ करोड़ उपभोक्ताओं को एक भी रिफिल नहीं मिल सका और १.५१ करोड़ उपभोक्ताओं (महिला) को सिर्फ एक बार रिफिल मिल सका। इसका मतलब यह है कि इस परियोजना के लाभार्थी प्रति वर्ष चार से भी कम सिलेंडर ले पाये हैं। इसके अलावा कीमत में ५० रुपये की वृद्धि कर रहे हैं। मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि न केवल एलपीजी सिलेंडर की कीमत बढ़ी है बल्कि स्वास्थ्य बीमा पर भी १८% जीएसटी लगाया गया है। ९०० से अधिक दवाइयों की कीमतें बढ़ा दी गई हैं। सभी दैनिक उपयोग की आवश्यक दवाइयां हैं। उन्होंने तंज कसा कि “अगर मोदीजी हैं, तो महंगाई भी है!”