अलीपुरद्वार: होली के दौरान जलदापाड़ा में वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गयी है।
होली के दौरान वन्यजीवों की सुरक्षा और अवैध शिकार को रोकने के लिए जलदापाड़ा राष्ट्रीय उद्यान में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लुप्तप्राय एक सींग वाले गैंडे और अन्य जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए वन विभाग ने दिन-रात गश्त और चेक पोस्ट की व्यवस्था की है। इस पहल का उद्देश्य अवैध शिकार, जंगल की आग और वन्यजीव आवासों के विनाश जैसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाना है।

वन विभाग के अनुसार स्थानीय निवासियों को सचेत करने के लिए माइकिंग और प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। साथ ही वन्य जीवों और वन संरक्षण के लिए वन विभाग के साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया गया है। संयुक्त वन प्रबंधन समिति (जेएफएमसी) इस कार्य में सक्रिय रूप से शामिल है। कल से शुरू हुई यह विशेष निगरानी अगले १५ दिनों तक जारी रहेगी।
उल्लेखनीय सुरक्षा उपायों में निम्नलिखित शामिल हैं:
– दूरदराज के इलाकों में सशस्त्र वन रक्षकों की २४ घंटे गश्त और हाथियों के जरिए निगरानी।
– अवैध हथियारों और वन्यजीवों के अंगों की तस्करी को रोकने के लिए प्रशिक्षित कुत्तों की मदद से प्रवेश और निकास बिंदुओं पर जांच की जाएगी।
– किसी भी जाल या हथियार को बरामद करने के लिए स्थानीय चाय बागानों और वन गांवों में आधुनिक उपकरणों की मदद से तलाशी ली जा रही है।
– समाचार एकत्रीकरण और डिजिटल डेटा विश्लेषण के माध्यम से निगरानी बढ़ाई जाती है। पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ नियमित संपर्क बनाए रखा जाता है।

– हवाई निगरानी के लिए अधिक शक्तिशाली ड्रोन का उपयोग किया जा रहा है।जलदपारा राष्ट्रीय उद्यान के अधिकारी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए स्थानीय निवासियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। वन विभाग के मुताबिक इसका मुख्य लक्ष्य वन्यजीवों की सुरक्षा करना है।